प्रदीप शर्मा
भारत-चीन सीमा क्षेत्र में मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. पूर्वी लद्दाख में बीती सोमवार की रात भारतीय सेना के जवानों की चीनी सेना के जवानों के साथ हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवानों की जान चली गई है, जिससे कि पहले से सीमा पर चल रहा तनाव और नाजुक स्थिति में आ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को शाम पांच बजे बुलाई गई इस मीटिंग में आगे की परिस्थितियों पर चर्चा करेंगे।
इसके पहले पीएम ने झड़प की पुष्टि होने के बाद मंगलवार देर रात तक देश के सर्वोच्च राजनैतिक नेतृत्व और सेनाप्रमुख के साथ बैठक की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री रानाथ सिंह, विदेशमंत्री एस. जयशंकर, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और थलसेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे के बीच रात 10 बजे मुलाकात हुई।
गलवान घाटी की हिंसक झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का पहला बयान भी आज आया है। राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘गलवान में सैनिकों की शहादत बेहद दुखद और परेशान करनेवाली है। जवानों ने बहादुरी दिखाते हुए अपने फर्ज को निभाया और शहीद हो गए।’ राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि देश जवानों की शहादत को कभी नहीं भूलेगा और मैं शहीदों के परिवार के साथ हूं। मुश्किल वक्त में देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर गर्व है।
चीनी सैनिकों की इस कायराना हरकत का देशभर में विरोध हो रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट करके देश के लिए जान अर्पण करने वाले सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. अपने ट्वीट में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, ‘देश के वीर शहीदों को मेरा सलाम’ राहुल ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वे कह रहे हैं, दो दिन पहले हिंदुस्तान के 20 सैनिक शहीद हुए हैं.चीन ने हमारी जमीन हड़पी. प्रधानमंत्री जी आप चुप क्यों हैं. आप कहा छुप गए हैं आप बाहर आइए. भारत हम सब आपके साथ खड़े हुए हैं. बाहर आइए और देश को सच्चाई बताइए, डरिये मत.’