कोलकाता : चुनावी मौसम में बंगाल में भिन्न-भिन्न राजनीतिक दलों की उपलब्धियों और खामियों को उजागर करने वाली आकर्षक जिंगल्स और वीडियो क्लिप की टेलीविजन और रेडियो पर बाढ़ आ गई है। राज्य में लोकसभा की 42 सीटें हैं।
इस मामले में राज्य की मौजूदा सरकार तृणमूल कांग्रेस सबसे तेज निकली। उसने अपने प्रतिद्वंद्वियों से पहले 4 अप्रैल को ही 2.30 मिनट का एक म्यूजिक वीडियो बनाया और उसके प्रसारण के लिए कई बांग्ला न्यूज और मनोरंजन चैनल के स्लॉट खरीद लिए।
तृणमूल सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मधुर वीडियो को लांच किया था। इस वीडियो में राज्य में शांति, एकता और प्रगति के साथ पार्टी का नारा मां, माटी, मानुष का जिक्र है।
इसके अलावा हाल ही में पार्टी ने महिला सशक्तिकरण पर बनाए गए वीडियो को भी जारी किया है। इसमें भिन्न वर्ग की महिलाओं को दिखाया गया है, जो राक्षसी ताकतों को हराने के साथ प्यार बांटने की बातें कह रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने आईएएनएस से कहा, भाजपा व अन्य पार्टियों के विज्ञापन के मुकाबले हमारे विज्ञापन में ज्यादा विविधता है। हमने अपने वीडियो में विषयों को उभारा है, जबकि बाकी सबने सिर्फ प्रतिक्रिया दी है।
बनर्जी की पार्टी को कड़ी टक्कर देने के लिए भाजपा ने भी 20-30 सेकेंड के कई वीडियो कैप्सूल जारी किए हैं। इसमें प्रधानमंत्री मोदी को केंद्रित करने के साथ पार्टी के 2019 के चुनावी नारे फिर एक बार मोदी सरकार को दिखाया गया है।
ये लघु वीडियो बंगाल के क्षेत्रीय व राष्ट्रीय, दोनों टेलीविजन चैनल पर दिखाए जा रहे हैं। राज्य के एक भाजपा नेता ने बताया, ज्यादातर विज्ञापनों की तैयारी व संचालन दिल्ली से हो रहा है। हमने खास तौर पर बंगाल के लिए भी 5-6 वीडियो बनाए हैं, जिनका प्रसारण स्थानीय चैनलों पर किया जा रहा है।
वहीं कांग्रेस द्वारा बनाए गए वीडियो में एक किसान परिवार को दिखाया गया है, जो राज्य और केंद्र सरकार के झूठे वादों से ऊब चुका है। वीडियो में किसान अपनी पत्नी और बेटे को न्यूनतम आय योजना (न्याय) के बारे में बता रहा है। इस परियोजना का जिक्र कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में भी किया है।
वहीं बंगाल में 34 साल राज करने वाले वाम मोर्चे ने भी वीडियो सीरीज के जरिए राज्य में बेरोजगारी, खराब शिक्षा व्यवस्था और खराब स्वास्थ्य व्यवस्था को दिखाया है।