नई दिल्ली : कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को सरकार पर राष्ट्रपति के अभिभाषण का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए करने का आरोप लगाया और इसे रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए भाषणों का एक संकलन बताया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान खड़गे ने नोटबंदी, जीएसटी क्रियान्वयन और राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि भाजपा 2014 में लोगों को गुमराह कर सत्ता में आई थी और अभी भी गुमराह कर रही है।
उन्होंने कहा, यह राष्ट्रपति का अभिभाषण नहीं था। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रैलियों में दिए गए भाषणों का संकलन था। यहां एक प्रधानमंत्री हैं जो किसी की नहीं सुनते, हमेशा अपने बारे में बोलते रहते हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण का राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल दिखाता है कि यह सरकार अपनी गिरती प्रतिष्ठा को बचाने के लिए कितना नीचे गिर सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार न केवल संवैधानिक संस्थानों को कमजोर कर रही है बल्कि दिनों दिन इन्हें खत्म करना चाह रही है।
उन्होंने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण के लिए संविधान संशोधन विधेयक का संदर्भ देते हुए कहा, सरकार संविधान के अंतर्गत काम नहीं कर रही है। मंत्रिमंडल में मुद्दों पर चर्चा नहीं की जाती है। जो मोदीजी कहते हैं, वही होता है।
उन्होंने कहा कि उन्हें दुख हुआ जब राष्ट्रपति ने मोदी सरकार द्वारा किए गए कामों की तुलना पूर्ववर्ती सरकारों से की।
कांग्रेस नेता ने कहा, कम से कम हमारे कामों के लिए प्रशंसा तो कीजिए। लेकिन आप ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि आप नफरत से भरे हुए हैं। हमारे द्वारा किए गए बहुत सारे कार्यों के बावजूद, आप आरोप लगाते हैं कि बीते 60 वर्षो में कुछ नहीं हुआ।