नई दिल्ली :पाकिस्तान को स्पष्ट तौर पर झटकते हुए भारत ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री का विशेष विमान किर्गिस्तिान के बिश्केक जाने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेगा। प्रधानमंत्री बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार को रवाना होंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि वीवीआईपी विमान ओमान, ईरान और मध्य एशिया के देशों के रास्ते बिश्केक जाएगा।
उन्होंने कहा, भारत सरकार ने एससीओ सम्मेलन में जाने के लिए वीवीआईपी विमान के रूट के लिए दो विकल्पों की खोज की थी। अब फैसला लिया गया है कि वीवीआईपी विमान ओमान, ईरान और मध्य एशिया के देशों से होकर बिश्केक जाएगा।
इस फैसले में स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान को झटका दिया गया है क्योंकि पाकिस्तान ने सोमवार को कथित तौर पर कहा कि उसने प्रधानमंत्री के विमान को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से होते हुए बिश्केक जाने की अनुमति देने का सैद्धांतिक रूप से फैसला लिया है।
भारत द्वारा 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी गुट जैश-ए- मोहम्मद (जेईएम) ठिकानों पर हवाई हमला किए जाने के बाद पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया था, लेकिन बाद में उसने देश के दक्षिणी हिस्से से जाने वाले दो मार्गो को खोल दिया है।
हवाई हमला कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक दस्ते पर जेईएम द्वारा किए गए हमले की प्रतिक्रिया में किया गया था। पुलवामा के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
इस घटना के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते खराब हो गए और दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया।
प्रधानमंत्री सालाना एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार की सुबह बिश्केक के लिए रवाना होंगे। पाकिस्तान के रास्ते जाने से हवाई मार्ग छोटा होता।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
हालांकि रवीश कुमार के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच किसी प्रकार की द्विपक्षीय बैठक का प्रबंध नहीं किया गया है।
मोदी वहां रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत आठ देशों के एससीओ समूह के अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
मोदी सम्मेलन में स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान के संदर्भ में सरकार प्रायोजित आतंकवाद से दुनिया को होने वाले खतरे पर प्रकाश डालेंगे।