नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत में कहा कि पत्रकार प्रिया रमानी द्वारा उन पर लगाया गया यौन उत्पीड़न का आरोप झूठा है।
पूर्व विदेश राज्यमंत्री ने जिरह के दौरान अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल से कहा कि वह रमानी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा नहीं करना चाहते थे और न ही वह उसे निशाना बनाना चाहते थे।
उन्होंने कहा, इसके साथ ही यह कहना भी गलत है कि ट्वीट और लेखों के जरिए रमानी ने मेरे बारे में जो भी कहा है वो सच है।
अकबर से जिरह के बाद न्यायालय ने मामले को अगली सुनवाई के लिए स्थिगित कर दिया। अब 15 जुलाई को शिकायतकर्ता के अन्य गवाहों से जिरह होगी।
पत्रकार से राजनेता बने अकबर ने रमानी के खिलाफ सात गवाह पेश किए। ये गवाह पहले यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पत्रकार की लंबी सूची में थे।