लोकराज डेस्क
महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी इंडिया गेट पर धरने पर बैठी हैं. प्रियंका गांधी इसके अलावा जामिया में हुई हिंसा को लेकर धरने पर बैठी हैं. दरअसल, जामिया में प्रदर्शन के दौरान कई छात्राएं घायल हो गईं. छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनपर हमला किया, साथ ही कैंपस में आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
प्रियंका गांधी के साथ-साथ उनके समर्थक भी धरने पर बैठे हैं. कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि देश गुंडों की जागीर नहीं है. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2 घंटे का ये प्रदर्शन 4 बजे शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है. पुलिस ने रविवार को छात्रों के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया था. संशोधित कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए जिसमें बसों को आग लगा दी गई। प्रियंका गांधी के साथ केसी वेणुगोपाल, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, अहमद पटेल और पार्टी के अन्य नेता भी धरने पर बैठे हैं।
उधर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी की शनिवार को ही रीलॉन्चिंग के लिए रैली हुई थी और अगले ही दिन हिंसा भड़क गई। पात्रा ने कहा कि संसद से पारित कानून के खिलाफ जिस तरह से हिंसक प्रदर्शन हो रहा है, उससे पता चलता है कि विपक्ष जिम्मेदार बर्ताव नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने अपने-अपने ओवैसियों को मुस्लिम वोट बैंक के लिए उतारा है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, ‘ओवैसी देश में नए जिन्ना के तौर पर काम कर रहे हैं। उनकी प्रतिस्पर्धा में अमानतुल्लाह खान हैं, वह दिल्ली का जिन्ना बनना चाहते हैं। ममता बनर्जी ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि बंगाल में रहने वाले को बांग्ला बोलनी होगी, लेकिन अब हिंदी में ही पूरा भाषण क्यों दिया। क्या उनकी मंंशा पूरे देश में उपद्रव की है।’