वाशिंगटन : अमेरिका में शक्तिशाली अमेरिकी अपीली अदालत के लिए नेओमी राव की नियुक्ति को लेकर न्यायिक युद्ध शुरू हो गया है। सीनेट की न्यायपालिका समिति ने मंगलवार को नेओमी राव के नियुक्ति पर विचार करने के लिए बैठक की और इस दौरान नेओमी को डेमोक्रेट्स के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश ब्रेट कैवनॉग के स्थान पर नेओमी राव को नियुक्त किया है। वह दुष्कर्म पर दिए अपने बयानों को लेकर विवादों में रही हैं।
भारतीय मूल की अमेरिकी महिला नेओमी से डेमोक्रेट्स ने न केवल ट्रंप प्रशासन में उनके काम को लेकर, बल्कि दशकों पहले येल विश्वविद्यालय की छात्रा के रूप में महिलाओं पर डेट रेप से बचने के लिए अपना व्यवहार बदलने संबंधित टिप्पणी को लेकर भी तीखे सवाल पूछे।
मंच पर जब अधिकांश डेमोक्रेट सीनेटर ने उनके शुरुआती लेखों का जिक्र किया तो राव ने अपना पक्ष रखते हुए सीनेटरों से कहा, मुझे अपनी भाषा पर शर्मिदगी है।
उन्होंने कहा कि यह सब दो दशक पहले हुआ है, जब वह कॉलेज में थीं।
येल हेराल्ड में 1994 में प्रकाशित एक लेख शेड्स ऑफ ग्रे में नेओमी ने कैंपस में एक कथित दुष्कर्म की घटना का जिक्र किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, मेरा मानना है कि भले ही मैंने बहुत शराब पी रखी हो, लेकिन मैं अपने कार्यो के लिए जिम्मेदार रहूंगी।
उन्होंने कहा था, एक लड़की जो शराब के नशे में हो, उसके साथ दुष्कर्म करने वाले पुरुष पर कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन इसी दौरान लड़की को भी ऐसी घटना से बचने के लिए खुद पर काबू रखना चाहिए।
इस टिप्पणी पर मंगलवार को स्पष्टीकरण देते हुए नेओमी ने कहा कि जब वह इस घटना के बारे में लिख रही थीं तो उन्होंने जोर देकर कहा था कि दुष्कर्म एक अपराध है और किसी को भी इसके लिए पीड़िता को दोष नहीं देना चाहिए। लेकिन उन्होंने सामान्य ज्ञान के आधार पर कहा था कि एक महिला की सक्रियता उसे ऐसी घटनाओं से बचा सकती है।
नेओमी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह एक लेखिका और एक व्यक्ति के रूप में परिपक्व हुई हैं।
वर्मोंट के डेमोक्रेट सीनेटर पैट्रिक लीही ने उनकी टिप्पणियों पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि बतौर पूर्व अभियोजक उन्होंने दुष्कर्म के मामलों पर काम किया है। इसलिए उन्हें आशंका है कि नोओमी की भावनाओं से कुछ महिलाएं दुष्कर्म की रिपोर्ट करने में शर्मिदगी महसूस कर सकती हैं।
इस पर नेओमी एक बार फिर अपना दृष्टिकोण रखा और कहा कि उन्होंने बहुत स्पष्ट कहा है कि दुष्कर्म एक भयानक अपराध है, जिसके लिए पुरुषों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।