नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर को पाकिस्तान लौटने देने और उसके द्वारा वर्षों से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) आतंकवाद से सख्ती से निपटेगी।
राहुल ने एक संवाददाता सम्मेलन में सवालिया लहजे में कहा, उसे वहां (पाकिस्तान में) किसने भेजा? वह वहां कैसे गया? किस सरकार ने उसे भेजा? भाजपा आतंकवादियों के साथ बातचीत करती है और दबाव में झुक जाती है। वे आतंक के आगे झुक गए।
उन्होंने कहा, यह कांग्रेस ने नहीं किया था।
राहुल ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने और सीमा पार आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए टेरर स्ट्राइक कराने का श्रेय मोदी द्वारा लेने के बीच यह टिप्पणी की।
कांग्रेस नेता ने कहा, मसूद एक आतंकवादी है और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने यह भी जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी आतंकवादियों से बातचीत नहीं करेगी।
राहुल ने कहा, आतंकवाद से सख्ती से निपटा जाना चाहिए।
वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा मसूद अजहर को वैविक आतंकवादी घोषित किए जाने के संबंध में एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र के इस कदम के बाद गुरुवार को कांग्रेस ने कहा था कि मोदी सरकार को अजहर को ब्लैकलिस्ट कराने का श्रेय लेते हुए जनता को यह भी बताना चाहिए कि उसे भाजपा सरकार के दौरान रिहा किया गया था और फिर वह भारत के लिए और भी बड़ा खतरा बन गया।
अफगानिस्तान के कंधार में इंडियन एयरलाइंस के बंधक बनाए गए 155 यात्रियों को छुड़ाने के लिए अजहर को 1999 में एक भारतीय जेल से रिहा किया गया था।
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