प्रदीप शर्मा
राफेल फाइटर जेट पर हुए नए खुलासे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा कि मैं देश के युवाओं को बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री भ्रष्ट है. राफेल मामले में सीधे प्रधानमंत्री पर आरोप लग रहे हैं लेकिन वे चुप हैं. राहुल गांधी ने अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 30 हजार करोड़ रुपये वायुसेना से लेकर अनिल अंबानी की जेब में डाले। गाँधी ने कहा राफेल पर प्रधान मंत्री अगर जवाब नहीं दे सकते तो इस्तीफा दे।
कांग्रस अध्यक्ष ने कहा, ”राफेल पर पहले फ्रांस के राष्ट्रपति कहा कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने उनसे कहा था कि अनिल अंबानी को राफेल का कॉन्ट्रैक्ट मिलना चाहिए. अब राफेल कंपनी के सीनियर एक्जीक्यूटिव ने भी यही बात कही है.” उन्होंने कहा कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति और राफेल सीनियर एक्जीक्यूटिव ने क्लीयर कट ये बात कही है कि प्रधानमंत्री ने अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये हर्जाने में दिए हैं।
राहुल गांधी ने कहा, ”प्रधानमंत्री से हमने लोकसभा में भी सवाल पूछे थे. पूरा देश राफेल की बात कर रहा है, प्रधानमंत्री के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता. सुना है कि निर्मला सीतारमण फ्रांस गईं हैं. पता नहीं ऐसी क्या इमरजेंसी है कि रक्षा मंत्री फ्रांस जाकर दसॉल्ट फैक्ट्री जाना है. आप कल्पना कर सकते हैं कि क्या हो रहा है.”
राहुल गांधी ने कहा, ”30 हजार करोड़ रुपये हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने अनिल अंबानी की जेब में डाले हैं. प्रधानमंत्री ने कहा था कि मैं प्रधानमंत्री नहीं चौकीदार बनना चाहता हूं. अब पता चला है कि अंबानी के प्रधानमंत्री हैं. ये हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं हैं. आपके प्रधानमंत्री अनिल अंबानी की चौरीदारी कर रहे हैं. इससे साफ करप्शन का केस हो ही नहीं सकता है.”
राहुल गांधी ने कहा, ”फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे व्यक्तिगत तौर पर बताया कि गोपनीयता की शर्त में राफेल की कीमत नहीं है. रक्षामंत्री ने कहा कि सौदे की गोपनीयता शर्तों में कीमत भी है. सच्चाई ये है कि भारत के प्रधानमंत्री भ्रष्ट आदमी हैं.”
राहुल गांधी ने कहा, ”प्रधानमंत्री आजकल दूसरी दुनिया में हैं, जो वादे उन्होंने किया थे उन पर कुछ बोल ही नहीं रहे हैं. उनके सामने भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं फिर भी वो कुछ नहीं बोल रहे हैं. अगर वो जवाब नहीं दे पा रहे हैं उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. एक बात बहुत साफ है और ये धीरे धीरे लोगों को समझ में आ जाएगी कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री भ्रष्ट हैं.”
फ्रांस की मीडिया ने राफेल डील को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. बुधवार को हुए इस खुलासे में राफेल बनाने वाली कंपनी डसॉल्ड एविएशन के आंतरिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा गया है कि इसे ऑफसेट पार्टनर के तौर पर अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस के अलावा कोई विकल्प दिया ही नहीं गया था।
वहीं, डसॉल्ट ने अपनी सफाई में कहा है कि राफेल डील में ऑफसेट पार्टनर का होनी जरूरी थी, लेकिन इसके लिए पार्टनर के तौर पर सिर्फ रिलायंस कंपनी के विकल्प जैसी बात नहीं थी. किसी भी कंपनी को चुनने के लिए डसॉल्ट स्वतंत्र था।