नई दिल्ली : राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा कथित रूप से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दुरुपयोग को लेकर सदन में हंगामे के बीच बिना किसी कामकाज के दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले ऊपरी सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद अपरान्ह दो बजे तक के लिए स्थगित हुई थी।
सभापति एम.वेंकैया नायडू ने घोषणा की कि उन्होंने कुछ विपक्षी सदस्यों द्वारा नियम 267 (कामकाज के निलंबन) के तहत विभिन्न मुद्दों पर दिए गए नोटिसों को खारिज कर दिया है।
इस पर विपक्ष ने मुखर विरोध प्रदर्शन किया और कुछ सदस्य सभापति के आसन के पास एकत्र हो गए।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन ने संघीय सरकारों के खिलाफ सीबीआई की कथित ज्यादतियों को लेकर नोटिस दिया था, जबकि समाजवादी पार्टी(सपा) नेता राम गोपाल यादव व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज झा ने दूसरे मुद्दों पर नोटिस दिया था।
सदन की बैठक अपराह्न् दो बजे फिर से शुरू हुई तो नायडू ने विपक्षी सदस्यों से कहा, आप सदन को चलने देना नहीं चाहते हैं..राष्ट्रपति का अभिभाषण हर किसी के लिए अपने राज्य व मुद्दों पर बोलने का एक मौका है।
हालांकि, सभापति के आसन के समक्ष नारेबाजी जारी रही, जिससे सदन को दिन भर के लिए स्थगित करना पड़ा।