मुंबई : रिलायंस कम्युनिकेशन (आरकॉम) के शेयर में सोमवार को 11 फीसदी से ज्यादा का जोरदार उछाल आया। इससे एक ही दिन पहले अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह का कर्जदारों के साथ एक समझौता हुआ जिसके तहत कर्जदार प्रमोटरों द्वारा गिरवी शेयर 30 सितंबर 2019 तक नहीं बेचेंगे।
दोपहर बाद के कारोबारी सत्र के दौरान आरकॉम के शेयरों की कीमत 11.82 फीसदी की जबरदस्त तेजी के साथ 6.15 रुपये प्रति शेयर हो गया था, जबकि पिछले सत्र में यह 5.50 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था।
रिलायंस कंपनी समूह ने रविवार को कहा कि उसकी अपने 90 फीसदी से अधिक ऋणदाताओं के साथ सैद्धांतिक रूप से यथास्थिति पर सहमति बन गई है।
सहमति के अनुसार, उसके 90 फीसदी ऋणदाता शेयर की कीमतों में हाल में आई अभूतपूर्व गिरावट के चलते कम कोलेटरल कवर या मार्जिन में कमी की वजह से 30 सितंबर 2019 तक प्रमोटर के पास गिरवी कोई शेयर नहीं बेचेंगे।
कंपनी के अनुसार, अनिल अंबानी समूह कर्ज के करार में निर्धारित तिथियों के अनुसार कर्जदारों को मूलधन और ब्याज का भुगतान करेगा।
एक बयान में कहा गया कि रिलायंस समूह ने कर्जदारों को सूचित किया है कि इसने संस्थानिक निवेशकों को लक्ष्य करने के लिए रिलायंस पावर लिमिटेड में अपनी 30 फीसदी हिस्सेदारी के के एक हिस्से को रखने के लिए निवेश बैंकरों की नियुक्ति की है।
बयान के अनुसार, अगले सप्ताह निवेश बैंकरों द्वारा रोडशो शुरू किया जाएगा।
शेयर की कीमतों में अभूतपूर्व गिरावट आने से पहले रिलायंस पावर में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 2,500 करोड़ रुपये से अधिक थी और प्रमोटरों की कुल 65 फीसदी से अधिक की उधारी का समाधान किया जाएगा।
रिलायंस समूह ने इसी महीने कहा कि कुछ नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (एनबीएफसी), असल में एलएंडटी फाइनेंस और एडेलवेइस समूह की कुछ कंपनियों ने समूह के सूचीबद्ध शेयरों की गिरवी आमंत्रित की है और और खुले बाजार में चार से सात फरवरी के दौरान तकरीबन 400 करोड़ रुपये मूल्य की बिक्री की है।
खुले बाजार की बिक्री के कारण तीनों कंपनियों की बाजार पूंजी पर बुरा प्रभाव पड़ा है।