नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत द्वारा रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में शामिल होने का आदेश दिए जाने के चार दिन बाद वह (वाड्रा) बुधवार को यहां एजेंसी के समक्ष पेश हुए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई वाड्रा मध्य दिल्ली के जामनगर भवन स्थित ईडी कार्यालय में शाम पौने चार बजे पहुंचे।
वाड्रा के साथ उनकी पत्नी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद थीं।
हालांकि, रॉबर्ट वाड्रा को ईडी कार्यालय छोड़ने के बाद प्रियंका वहां से चली गईं।
यह मामला 19 लाख पाउंड की विदेश में मौजूद अघोषित संपत्ति के स्वामित्व से जुड़ा है, जो कथित रूप से वाड्रा की है।
ईडी ने भगोड़े हथियार सौदागर संजय भंडारी के खिलाफ काले धन से संबंधित नए कानून व कर कानून के तहत आयकर विभाग द्वारा एक अन्य मामले की जांच के दौरान वाड्रा के करीबी मनोज अरोड़ा का नाम सामने आने के बाद अरोड़ा के खिलाफ भी धनशोधन मामला दर्ज किया था।
लंदन की संपत्ति कथित रूप से भंडारी द्वारा खरीदी गई और इसकी मरम्मत पर अतिरिक्त खर्च के बावजूद इसे खरीदी गई कीमत पर 2010 में बेच दिया गया।
ईडी ने मामले की जांच के तहत सात दिसंबर को दिल्ली-एनसीआर व बेंगलुरू के कई परिसरों की तलाशी ली थी।
ईडी के वकील ने इससे पहले अदालत को बताया कि लंदन की संपत्ति एक पेट्रोलियम सौदे से प्राप्त अवैध भुगतान का हिस्सा है। यह पैसा सेंटेक इंटरनेशनल, एफजेडसी, यूएई (भंडारी द्वारा नियंत्रित कंपनी) द्वारा स्थानांतरित किया गया था।
वकील ने कहा कि कुछ और संपत्तियों की भी जांच की जानी चाहिए।
इस सुनवाई के दौरान वाड्रा अदालत में मौजूद नहीं थे। वाड्रा के वकील ने अदालत को बताया था कि वह अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए लंदन में हैं।
दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को धनशोधन के एक मामले में रॉबर्ट वाड्रा को 16 फरवरी तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी थी। विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने उन्हें छह फरवरी को ईडी की जांच में शामिल होने का निर्देश दिया था।