एजेंसीज / प्रदीप शर्मा
रूस यूक्रेन के शहरों को अपने नियंत्रण में लेने में लगा हुआ है और यूक्रेन की राजधानी कीव के पास बमबारी तेज कर दी है. रूस के आक्रामक हमले को देखते हुए यूक्रेन के लोग भी अपना देश छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। वहींं यूक्रेन में फंसे भारतीयों को भी तेजी के साथ निकाला जा रहा है और वापस स्वदेश लाया जा रहा है।
यूक्रेन में हालात बदतर हो गए हैं। रूस के हमले गुरुवार को आठवें दिन भी जारी हैं। 10 से ज्यादा शहर बर्बाद हो चुके हैं। कई इलाके खंडहर और वीरान जैसे लगने लगे हैं। सड़कें बमबारी की दहशत से सूनी हो गई हैं। यूएन के आंकड़ों के मुताबिक,10 लाख से ज्यादा लोग देश छोड़ चुके हैं। जो बचे हैं वे हताश और निराश हैं। पूछ रहे हैं हमारा आगे क्या होगा? रोजगार, परिवार, संपत्ति जैसे सब कुछ बिखर गया है।
राजधानी कीव के अलावा खार्किव सहित कुछ बड़े शहरों में रूसी सेना मिसाइलें दाग रही है। इसी बीच उत्तरी कीव से करीब 80 किलोमीटर दूर चेर्नीहीव, सुकाची, बुका शहर की सैटेलाइट इमेज सामने आई हैं। तस्वीरों में तबाही का मंजर साफ दिखाई दे रहा है। यह इमेज अमेरिका की मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने जारी की है।
रूस सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव के मुताबिक- यूक्रेन से बातचीत के लिए हमारा डेलिगेशन बुधवार दोपहर से बेलारूस में मौजूद है, लेकिन यूक्रेन का दल अब तक यहां नहीं पहुंचा। हम उनका इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है वो जल्द यहां पहुंचेंगे। हालांकि, यह तय हुआ था बातचीत बेलारूस में न होकर पोलैंड में होगी, लेकिन रूस का डेलिगेशन तो बेलारूस में मौजूद है।
अमेरिका ने रूस के साथ बेलारूस पर भी कड़े प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि रूस और बेलारूस के डिफेंस सेक्टर में होने वाले एक्सपोर्ट पर बैन लगाया गया है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि उनका देश यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की को वहां का नेता मानने को तैयार है। साथ ही रूस जेलेंस्की की पूरी हिफाजत करेगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेन हमें अपने हथियारों की जानकारी दे तो हम हमले रोक देंगे।
रूस की वायुसेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव के पास एक रिहायशी इमारत पर SU-25 एअरक्राफ्ट से एअर स्ट्राइक की। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक रूसी सेना यूक्रेन के मिलिट्री कैंप पर स्ट्राइक करने की तैयारी कर रही थी, लेकिन कोई एक्टिविटी नहीं होने की वजह से अपार्टमेंट पर ही स्ट्राइक कर दी गई।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में बुधवार रात यूक्रेन से रूस के सैनिक वापस जाने को लेकर वोटिंग हुई। पक्ष में 141 जबकि विरोध में 5 वोट पड़े। भारत समेत 35 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। रूस के पक्ष में वोट करने वाले देश हैं- रूस, बेलारूस, नॉर्थ कोरिया, इरीट्रिया और सीरिया।