श्रीनगर : जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में नागरिक सचिवालय कार्यालय छह महीने बंद रहने के बाद सोमवार को दोबारा खुल गए। राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सचिवालय आने पर राज्य पुलिस ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। मलिक ने इस मौके पर मीडिया से भी बात की।
राज्य में चल रहे लोकसभा चुनावों के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग के पास यह अधिकार होता है कि चुनाव कब होने चाहिए। आतंकवादियों द्वारा शुक्रवार को अनंतनाग जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता की हत्या के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि राज्य में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है।
राज्य के शासक रहे डोगरा महाराजाओं द्वारा शुरू की गई जम्मू एवं श्रीनगर को छह-छह महीने के लिए राजधानी बनाने की प्रथा 170 सालों से जारी है। इसके तहत मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के सभी कार्यालय छह महीने श्रीनगर और छह महीने जम्मू में रहते हैं।
महाराजा की शाही अदालत के दोनों राजधानियों में छह-छह महीने स्थानांतरित करने के कार्यक्रम को दरबार मूव का नाम दिया गया है।