कोल्लम (केरल) : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि कालांतर में मीडिया के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है और पत्रकार होने का दावा करने वालों के मूल्य में बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि आज हम जो देख रहे हैं वह आदर्श स्थिति नहीं है।
उपराष्ट्रपति ने शनिवार को यहां कोल्लम प्रेस क्लब के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
नायडू ने कहा, सनसनी, पेड न्यूज और पक्षपातपूर्ण कवरेज आज की पत्रकारिता का हलाहल बन गया है। इसके अतिरिक्त, फेक न्यूज (फर्जी खबर) की समस्या है। मौजूदा डिजिटल युग में जहां करोड़ों लोग सोशल मीडिया मंचों का उपयोग कर रहे हैं वहां पत्रकारों को सूचनाओं की सत्यता की जांच करने के लिए अधिक सावधान रहना होगा और फर्जी खबरों, दुष्प्रचार और झूठी सूचनाओं पर नजर रखनी होगी।
उन्होंने कहा कि पहले समाज जिस बुराई से संतप्त होता था उससे लड़ने के लिए पत्रकारिता एक मिशन थी और पत्रकार भयमुक्त होकर बिना पक्षपात के लिए काम करते थे। वह स्थिति अब इस उत्कृष्ट पेशा के लिए नहीं रही क्योंकि हर चीज पर व्यावसायीकरण और अन्य विचारों की प्रधानता होती जा रही है।
नायडू ने कहा, कारोबारी समूह और राजनीतिक दल भी अपने हितों के लिए अखबार और टीवी चैनल खोल रहे हैं, जिससे पत्रकारिता के अहम मूल्यों का क्षरण होता जा रहा है। हम चाहेंगे कि आप जैसे पत्रकार निकाय गंभीर आत्मावलोकन करें।