लाहौर : पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ समेत नौ अन्य लोगों पर सोमवार को एक जवाबदेही अदालत ने आवास घोटाले में अभियोग लगाया। भ्रष्टाचार-रोधी वाचडॉग नेशनल अकांटेबिलिटी ब्यूरो ने आशियाना इकबाल हाउसिंग स्कीम मामले में पांच अक्टूबर को शरीफ को गिरफ्तार किया था।
शरीफ पर पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल 2013 से मई 2018 के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। उनपर आरोप है कि उनहोंने अवैध तरीके से पंजाब लैंड डेवलपमेंट बोर्ड के निदेशक मंडल की शक्तियों का उपयोग करके एक अयोग्य प्रतिनिधि कंपनी को ठेका दिया जिसके कारण आवासीय योजना विफल हो गई।
कथित तौर पर इस घोटाले से देश के खजाने को लाखों रुपये का नुकसान हुआ और 61,000 आवेदक आवास से वंचित रह गए। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, शरीफ और अन्य संदिग्धों को सोमवार को लाहौर में जवाबदेही अदालत के समक्ष पेश किया गया। न्यायाधीश सैयद नजमुल हसन ने मामले की सुनवाई की और आरोप तय किया।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोपों से इनकार किया और उन्होंने दावा किया कि एनएबी ने उनको निराधार मामले में फंसाया है। शरीफ ने कहा कि उन्होंने कभी अपने पद का दुरुपयोग नहीं किया बल्कि राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा की। उन्होंने कहा, देश देखेगा कि यह इतिहास का सबसे झूठा मामला है।