प्रदीप शर्मा
कांग्रेस कार्यसमितिकी शनिवार को पार्टी मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें सांगठनिक चुनाव एक साल के भीतर पूरे करा लेने पर सहमति बनी. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के असंतुष्ट नेताओं पर निशाना साधा. जी-23 के असंतुष्ट नेताओं को नसीहत देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं पार्टी की पूर्णकालिक अध्यक्ष हूं और मुझसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है. सोनिया गांधी ने पेट्रोल-डीजल औऱ घरेलू गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों, अर्थव्यवस्था की हालत, किसान आंदोलन और लखीमपुर खीरी कांड को लेकर मोदी सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार सब कुछ बेचने पर तुली हुई है।
सोनिया गांधी ने पार्टी के भीतर आलोचकों खासकर ‘जी -23’ की ओर इशारा करते हुए “पूर्णकालिक और सक्रिय कांग्रेस अध्यक्ष” के रूप में अपनी स्थिति को रेखांकित किया. जी-23 के नेता लंबे समय से संगठन में व्यापक बदलाव और प्रभावी नेतृत्व के लिए चुनाव की वकालत कर रहे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं. ” उन्होंने जी 23 नेताओं को नसीहत देते हुए कहा, ‘‘मैंने सदा स्पष्टवादिता की सराहना की है. मुझसे मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है. इसलिए हम सभी यहां खुली और ईमानदार चर्चा करते हैं, लेकिन इस चारदीवारी से बाहर जो बात जाए वो सीडब्ल्यूसी का सामूहिक फैसला होना चाहिए.”
सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस को फिर से मजबूत करने के लिए आत्मसंयम और अनुशासन की जरूरत है. सोनिया गांधी ने कहा कि पूरा संगठन कांग्रेस को दोबारा खड़ा करना चाहता है, लेकिन इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है. इन सबसे बढ़कर आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता है। उन्होंने किसान आंदोलन, महामारी के दौरान राहत एवं सहायता तथा समाज के निचले तबके के खिलाफ अत्याचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “मैं इन मुद्दों को प्रधानमंत्री के सामने उठाया था जैसे डॉक्टर मनमोहन सिंह जी और राहुल गांधी ने किया। मैं समान विचारधारा वाले दलों से बातचीत कर रही हूं. हमने राष्ट्रीय मुद्दों पर संयुक्त बयान जारी किए हैं और संसद में भी अपनी रणनीति में समन्वय स्थापित किया है.”
उन्होंने बैठक में यह भी बताया कि अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा तथा अब इसकी रूपरेखा पेश की जाएगी। सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस में सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया इस साल एक नवंबर से शुरू होगी, जो अक्टूबर 2022 तक चलेगी. सूत्र बताते हैं कि अक्टूबर 2022 तक कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते एवं अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे। सोनिया गांधी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं।