प्रदीप शर्मा
अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका न दाखिल करने का फैसला लिया है। वक्फ बोर्ड के इस फैसले से शांतिपूर्ण माहौल में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होता दिख रहा है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य अब्दुल रज्जाक खान ने कहा कि हमारी मीटिंग में बहुमत से रिव्यू पिटिशन दाखिल न करने का प्रस्ताव पारित हुआ है। हालांकि इस बैठक में शीर्ष अदालत की ओर से मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन दिए जाने के आदेश को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। गौरतलब है कि बोर्ड ने पहले भी अपनी ओर से जारी कई बयानों में कहा था कि वह इस मसले पर रिव्यू पिटिशन के पक्ष में नहीं है।
इससे पहले देश की 100 दिग्गज मुस्लिम हस्तियों ने भी रिव्यू पिटिशन फाइल करने का विरोध किया था। रिव्यू पिटिशन दाखिल करने का विरोध करने वाली हस्तियों में नसीरुद्दीन शाह, शबाना आजमी जैसे फिल्मी सितारे भी शामिल थे। हालांकि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पिछले दिनों लखनऊ में अपनी मीटिंग में रिव्यू पिटिशन दाखिल करने की बात कही थी।
9 नवंबर को 70 साल से अयोध्या मसले पर चल रहे केस ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि राम मंदिर के लिए दिए जाने का फैसला दिया था। इसके अलावा मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन कहीं और दिए जाने का आदेश दिया था। तब सुन्नी वक्फ बोर्ड ने इस फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटिशन पर फैसला लेने के लिए 26 नवंबर की तारीख तय की थी।