उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्था करने का फैसला सुनाया है। मध्यस्था पैनल एक सप्ताह के अंदर काम करना शुरू कर देगा। इस बीच अयोध्या के एक संत ने कहा कि यदि अब्दुल कलाम जैसे देशभक्त के नाम पर मस्जिद बनाया जाएगा तो वे जमीन उपलब्ध करवाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने मुगल बादशाह बाबर को लेकर कहा कि 1992 में जिस मस्जिद को तोड़ा गया, वह ‘विदेशी आतंकी’ के नाम पर बना था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, संत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए कहा कि वे ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मस्जिद’ के लिए जमीन देंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मध्यस्था पैनल अपने काम शुरू करने के चार हफ्तो बाद एक अंतरिम रिपोर्ट देंगे। तब मध्यस्था के लिए चार और हफ्ते का समय लगेगा। यदि जरूरत पड़ी तो इस समय और बढ़ाया जा सकता है। यह पूरी प्रक्रिया गोपनीय रहेगी और मीडिया को इसके बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं दी जाएगी।