वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिनिधिसभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की अफगानिस्तान यात्रा पर रोक लगा दी है। इससे पहले पेलोसी ने ट्रंप के स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन पर भी गाज गिराई थी। ट्रंप ने गुरुवार को पेलोसी को लिखे पत्र में कहा, कामबंदी की वजह से मुझे आपको बताते हुए खेद हो रहा है कि ब्रसेल्स, मिस्र और अफगानिस्तान के आपके दौरों को स्थगित किया जाता है।
ट्रंप ने कहा, सरकारी कामकाज बहाल होने के बाद आपके इस सात दिवसीय कामकाजी दौरे का शेड्यूल फिर से तैयार किया जाएगा। राष्ट्रपति ने पत्र में कहा, मुझे यह भी लगता है कि इस अवधि के दौरान आप मेरे साथ मिलकर सीमा सुरक्षा को मजबूत करने को लेकर चर्चा करें, ताकि कामबंदी खत्म हो सके।
ट्रंप ने अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या को घटाकर 7,000 करने का ऐलान किया है। अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों से लड़ रही है। ट्रंप ने स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के लिए अपने कैबिनेट मंत्रियों- वित्तमंत्री स्टीवन नुचिन, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉसम के शिरकत करने पर भी रोक लगा दी।
रिपब्लिकन नेताओं ने भी ट्रंप के इस कदम की आलोचना की। सीनेटर लिंडसी ग्राहम ने कहा, इस तरह के बचकाना प्रतिक्रिया की जरूरत नहीं है। रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉर्निन ने ट्रंप, पेलोसी के इस झगड़े को बचकाना बताया। ट्रंप ने अफगानिस्तान के लिए पेलोसी के रवाना होने से पहले ही उनके दौरे को रद्द करने का आदेश दिया।
ट्रंप ने तंज कसते हुए कहा कि वह (पेलोसी) वाणिज्यिक विमानों के जरिए अफगानिस्तान जा सकती हैं। पेलोसी के प्रवक्ता ड्रू हैमिल ने कहा कि ट्रंप ने ब्रसेल्स का जो जिक्र किया गया है, असल में पायलट को विराम देने के लिए ब्रसेल्स में रुकना पड़ा था। अफगानिस्तान में उनकी (पेलोसी) की नाटो नेताओं से मिलने की उम्मीद थी।
उन्होंने कहा कि मिस्र पेलोसी के शेड्यूल में नहीं है, जैसा कि ट्रंप दावा कर रहे हैं। इस बीच ट्रंप की पत्नी मेलानिया कथित तौर पर सैन्य बोइंग विमान से फ्लोरिडा के पाम बीच पहुंचीं, जहां ट्रंप का मार-ए-लागो रिसॉर्ट है। हालांकि, व्हाइट हाउस ने इस दौरे की पुष्टि नहीं की है और ना ही इसके उद्देश्य के बारे में कोई स्पष्टीकरण दिया है।