इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने छत्तीसगढ़ के विधायक और चार पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। दंतेवाड़ा में भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन विधायक भीमा मंडावी और पुलिस वालों की हत्या के मामले गिरफ्तार किए गए लक्ष्मण जायसवाल उर्फ़ लक्ष्मण साव (46) निवासी नकुलनार, रमेश कुमार कश्यप उर्फ़ रमेश हेमला (35) निवासी काकडी और कुमारी लिंगी ताती (25) निवासी टीकनपाल , दंतेवाड़ा जिले के निवासी हैं।
दंतेवाड़ा के श्यामगिरी गांव के पास 9 अप्रैल 2019 को सीपीआई (माओवादी) के नक्सलियों ने भाजपा के विधायक भीमा मंडावी और पुलिस वालों पर बम/आईईडी से हमला किया और उन पर अंधाधुंध गोलीबारी भी की थी। जिससे विधायक और चार पुलिस कर्मियों की मौत हो गई। नक्सली शहीद पुलिस कर्मियों के हथियार भी लूट कर ले गए थे। इस सिलसिले में कुआकोंडा थाने में मामला दर्ज किया गया था।
एनआईए को जांच-
इस मामले की जांच 17 मई 2019 को एनआईए को सौंप दी गई। एनआईए ने 7 अप्रैल 2020 को टीकनपाल निवासी भीमा ताती और मडका राम ताती को गिरफ्तार किया था।
नक्सलियों के मददगार साजिशकर्ता-
राष्ट्रीय जांच एजेंसी को तफ्तीश के दौरान पता चला कि नकुलनार में लक्ष्मण की किराना की दुकान हैं। बम/आईईडी बनाने के लिए तार और विस्फोटक सामग्री आदि सामान लक्ष्मण ने नक्सलियों को दिया था। काकडी गांव का पूर्व सरपंच रमेश कुमार कश्यप उर्फ़ रमेश हेमला और कुमारी लिंगी ताती निवासी टीकनपाल ने नक्सलियों की मदद की और वह विधायक और पुलिस वालों की हत्या की साज़िश में भी शामिल थे।
रिमांड–
अभियुक्तों को आज जगदलपुर में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया। एनआईए ने अभियुक्तों को पूछताछ के लिए सात दिन के रिमांड पर लिया है।