पणजी : गोवा विधानसभा के उपाध्यक्ष व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक मिशेल लोबो ने सोमवार को एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि जब तक मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री हैं, गोवा में कोई राजनीतिक संकट नहीं है।
लोबो ने यह भी कहा कि जिस दिन पर्रिकर मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे या उनके साथ कुछ हो जाता है, तो भाजपा की अगुआई वाली राज्य सरकार को राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ेगा। लेकिन, जब तक पर्रिकर मुख्यमंत्री हैं तब तक ऐसा कोई संकट नहीं होने वाला है।
पिछले साल फरवरी में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के आग्न्याशय कैंसर से पीड़ित होने के बाद से गोवा में भाजपा की अगुआई वाली सरकार में अंदरूनी टकराव सामने आता रहा है जिससे सरकार के बने रहने पर संदेह उत्पन्न होता रहा है।
सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी पार्टियों के कुछ नेताओं के साथ-साथ लोबो सहित कुछ भाजपा विधायकों ने खुद गठबंधन सरकार की कार्यप्रणाली के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ ले रहे पर्रिकर के नेतृत्व पर असंतोष जताया है।
तीन महीने पहले अपने दो विधायकों के भाजपा में शामिल होने से पहले तक कांग्रेस राज्यपाल मृदुला सिन्हा से सरकार हटाने और कांग्रस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए कहती रहती थी। कांग्रेस उस समय सबसे बड़ी पार्टी थी।
38 विधायकों वाली गोवा विधानसभा में वर्तमान में भाजपा और कांग्रेस, दोनों के 14-14 विधायक हैं। भाजपा को 3-3 विधायकों वाली गोवा फॉरवार्ड और महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी, दो निर्दलीय विधायकों और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के एक विधायक का समर्थन है। पिछले साल सितंबर में गठबंधन सरकार से एक निर्दलीय विधायक ने अपना समर्थन वापस ले लिया था।