तुमाकुरु (कर्नाटक) : कर्नाटक के तुमाकुरु स्थित सिद्दगंगा मठ के प्रमुख शिवकुमार स्वामी के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। मंगलवार अपरान्ह तक करीब तीन लाख लोग उनके दर्शन कर चुके थे। सिद्दगंगा मठ के प्रमुख व लिंगायत समुदाय के बेहद सम्मानित धर्मगुरु शिवकुमार स्वामी का 111 साल की उम्र में सोमवार पूर्वान्ह निधन हो गया। उनका स्वास्थ्य लंबे समय से खराब चल रहा था।
मठ के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, सोमवार अपरान्ह से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो पूरी रात जारी रहा और आज भी जारी है। पूरे राज्य के शहरों-गांवों से लोग आ रहे हैं। अब तक करीब तीन लाख लोग दर्शन के लिए आ चुके हैं।
भक्तों को तुमाकुरु पहुंचाने के लिए राज्य द्वारा संचालित सड़क परिवहन निगम की ओर से 200 से ज्यादा बसों की व्यवस्था की गई है। लेकिन, लोग अपने निजी दोपहिया वाहनों, ट्रैक्टरों से भी यहां पहुंच रहे हैं। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम रेलवे की ओर से बेंगलुरू से तुमाकुरु के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही है ताकि भक्त स्वामीजी को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच सकें।
शिवकुमार स्वामी का पार्थिव शरीर भगवा कपड़ों में लिपटा हुआ है, उनके माथे पर भभूत लगाया गया है। कांच के डिब्बे में उनके पार्थिव शरीर को देखने से लग रहा है कि स्वामीजी बैठने की मुद्रा में निद्रा में हैं। अधिकारी ने कहा कि स्वामीजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे लोगों के लिए मठ की तरफ से मुफ्त भोजन की व्यवस्था की गई है।
मठ की इस पहल को देखकर शहर के होटलों और रेस्टोरेंट ने भी लोगों को मुफ्त में खाना खिलाने की व्यवस्था की है।राज्य सरकार ने स्वामीजी के सम्मान में मंगलवार को छुट्टी की घोषणा की हुई है। राज्य के तमाम स्कूल, कॉलेज, दफ्तर बंद हैं। राज्य में तीन दिन के शोक की घोषणा की गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस दौरान बेंगलुरू से तुमाकुरु के बीच हाइवे टोल टैक्स को मंगलवार शाम तक के लिए हटा दिया है। स्वामीजी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मठ परिसर में किया जाएगा।