कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच उत्तर 24 परगना में हुई झड़प में कथित रूप से कम से कम आठ लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। दोनों दलों के सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
जहां राज्य भाजपा के सूत्रों ने दावा किया कि तृणमूल समर्थित लोगों द्वारा उनके पांच कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई है और 18 अन्य लापता हो गए हैं, वहीं तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के तीन कार्यकर्ता संदेशखली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाके हत्गाछी में हुए खूनी संघर्ष में मारे गए हैं।
संदेशखली संघर्ष में मारे गए लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गईं हैं। भाजपा नेता मुकुल रॉय ने शनिवार देर रात ट्वीट कर कहा, भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा के लिए ममता बनर्जी सीधे जिम्मेदार हैं। संदेशखली में हुई हत्याओं के बारे में जानकारी देने के लिए हम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास जाएंगे।
पुलिस ने इस घटना में अब तक भाजपा के दो और तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत होने की पुष्टि की है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, शनिवार दोपहर भाजपा के झंडे को हटाने को लेकर दो समूहों के बीच झड़प शुरू हो गई। इसने जल्द ही एक हिंसक रूप ले लिया और गोलियां चलाई जाने लगीं।
मुकुल रॉय ने शनिवार रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा, भाजपा सांसदों का एक दल रविवार को क्षेत्र का दौरा करेगा और शाह को एक रिपोर्ट सौंपेगा।
राज्य भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने झड़प में शनिवार को पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं प्रदीप मंडल, तपन मंडल और सुकांता मंडल की मौत होने और पांच अन्य कार्यकर्ताओं के घायल होने की जानकारी दी है।
भाजपा के राज्य महासचिव (संगठन) सुब्रत चट्टोपाध्याय ने कहा कि एक चौथे भाजपा कार्यकर्ता देवव्रत मंडल की भी गोली लगने से मौत हो गई। भाजपा सूत्रों ने कहा कि बाद में एक अन्य घायल भाजपा कार्यकर्ता शंकर मंडल का शव मिला, जिनकी रविवार की सुबह मौत हो गई थी।
तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि हत्गाछी में उसके कार्यकर्ता कयूम मुल्ला की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जबकि दो अन्य को पानी में फेंक दिया गया। तृणमूल के जिला अध्यक्ष ज्योतिप्रिया मलिक ने कहा, हत्गाछी में हमारी बूथ स्तरीय बैठक पर भाजपा समर्थित तत्वों ने हमला कर दिया। वे लोग 26 वर्षीय मुल्ला को खींचकर ले गए और चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी। दो अन्य कार्यकर्ताओं को नदी में डुबो दिया। छह महिलाओं समेत तृणमूल के 18 कार्यकर्ता हमले में घायल भी हुए हैं।