संयुक्त राष्ट्र : सुरक्षा परिषद की आतंकवाद प्रतिबंध समिति ने आखिरकार जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर अपनी विश्वसनीयता बरकरार रखी। सुरक्षा परिषद के आतंकवाद प्रतिबंध समिति के अध्यक्ष व इंडोनेशियाई राजनयिक डियान त्रियानस्याह दजानी ने यह बात कही।
संवाददाताओं से बुधवार को बातचीत में उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह वास्तव में सभी देशों के लिए एक साथ काम करने का समय है, चाहे वह सुरक्षा परिषद हो या दूसरे मंच।
उन्होंने कहा, हम अजहर को प्रतिबंधों के तहत आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करके समिति की शुचिता और विश्वसनीयता को बनाए रखने में सक्षम हुए हैं।
समिति द्वारा पाकिस्तान समर्थित अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के प्रयास के खिलाफ चीन के एक दशक के प्रतिरोध व चार वीटों के बाद आखिरकार बुधवार को इस पर सहमति बनी और उसे आतंकवादी सूची में शामिल किया गया और उस पर प्रतिबंध लगाए गए, जिसके तहत उसकी संपत्ति व यात्रा पर रोक लगाई गई।
इससे पहले भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने दजानी को निर्णय को लेकर एक बयान में धन्यवाद दिया।
अकबरुद्दीन ने कहा, वह सुनिश्चित करने में सहायक थे कि प्रक्रिया सुचारू रूप से व हमारी सहमति के अनुरूप चले।
दजानी ने कहा, एक सर्वसम्मति से निर्णय लेने का प्रयास किया गया है, जिसमें हर किसी ने भाग लिया है और एक बार फिर अध्यक्ष के रूप में आम सहमति बनाने की कोशिश के तहत हमने अपना काम किया है।
उन्होंने कहा, मैं सिर्फ अध्यक्ष के रूप में अपना कार्य कर रहा हूं, सभी पक्षों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि यह सिर्फ अध्यक्ष का कार्य नहीं है, बल्कि समिति के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति पर पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है।
दजानी इंडोनेशिया के स्थायी प्रतिनिधि हैं। उन्होंने बुधवार को सुरक्षा परिषद के इस माह के लिए आवर्ती अध्यक्षता का कार्यभार संभाला।