नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान 2012 में कथित सैन्य तख्तापलट की रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उच्चस्तरीय जांच का आग्रह किया है। उन्होंने इसे देशद्रोह बताया।
जनरल सिंह (सेवानिवृत्त) ने यहां कहा, मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि यह देशद्रोह है और एक उच्चस्तरीय जांच से ऐसे लोगों का पर्दाफाश करने की जरूरत है।
एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया था कि संप्रग-दो के कार्यकाल में 2012 की शुरुआत में जब वह सेना प्रमुख थे तो संप्रग के कुछ नेताओं ने झूठी कहानी गढ़ने की कोशिश की थी कि सेना तख्तापलट करने की कोशिश कर रही थी। इसी के मद्देनजर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा।
विदेश राज्य मंत्री सिंह ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने 2012 में ही कहा था कि इस तरह का कुछ भी नहीं था और भारतीय सेना ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकती।
उन्होंने कहा कि उस समय के रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने भी कहा था कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है।
सिंह ने कहा कि उन्होंने 2013 में गृह मंत्रालय को उस रिपोर्ट के प्रकाशन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा था, जिसमें सरकार को सूचित किए बिना एक मुख्य सैन्य ईकाई के दिल्ली की ओर बढ़ने की बात कही गई थी।
उन्होंने कहा कि हालिया रिपोर्ट इसलिए आई है क्योंकि कुछ लोगों द्वारा तथ्यों को छुपाया गया।