नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के आदम कद चित्र का संसद भवन के सेंट्रल हॉल में अनावरण किया।
इस मौके पर उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता एल.के. आडवाणी मौजूद थे।
इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वाजपेयी को 1998 परमाणु परीक्षण व कारगिल युद्ध सहित चुनौतीपूर्ण स्थितियों के दौरान उनके निर्णायक नेतृत्व के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा, उन्होंने भारत को न केवल शांतिपूर्ण बल्कि शक्तिशाली और मजबूत देश बनाने में बहुत योगदान दिया। मोदी ने कहा कि पूर्व नेता के भाषणों के साथ-साथ उनके मौन रहने में भी उतनी ही शक्ति होती थी। उन्होंने कहा, उनके संचार कौशल की कोई तुलना नहीं थी और उनका सेंस आफ ह्यूमर लाजवाब था।
वाजपेयी के लंबे राजनीतिक करियर को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने अधिकतर समय विपक्ष में बिताया था लेकिन इसके बावजूद वे जनहित के मुद्दे उठाते रहे और अपनी विचारधारा से कभी नहीं भटके।
उन्होंने कहा, अब वह हमेशा संसद के सेंट्रल हॉल में रहेंगे और हमें आशीर्वाद व प्रेरणा देते रहेंगे। आजाद ने कहा कि वाजपेयी को हमेशा उनके भाषणों के लिए याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा, वाजपेयी जी को हमेशा याद किया जाएगा क्योंकि विपक्ष के लिए उनके शब्दों में आलोचना होती थी लेकिन उनके दिल में कोई गुस्सा नहीं था।
उत्तर प्रदेश के वृंदावन के प्रसिद्ध कलाकार कृष्ण कन्हाई ने वाजपेयी का चित्र तैयार किया है। वाजपेयी ने 1996 से 2004 के बीच तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता वाली संसद की चित्र समिति ने 18 दिसंबर को एक बैठक में सर्वसम्मति से इस संबंध में फैसला लिया था।