नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल के बेटे विवेक डोभाल ने बुधवार को मानहानि मामले में अपना बयान दर्ज करवाया, जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश, कारवां पत्रिका और लेखक ने एक मानहानि आलेख के जरिए उनके परिवार, खासकर उनके पिता की ईमानदारी पर सवाल उठाए।
विवेक डोभाल ने अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी समर विशाल से कहा कि आरोपी व्यक्तियों ने मानहानि आलेख के जरिए उनके सम्मान और करियर को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।
उन्होंने अदालत में मामले में एक शिकायतकर्ता गवाह के रूप में कहा कि आलेख में उनके परिवार को डी कंपनी कहा गया जबकि डी कंपनी का उल्लेख भारत के सबसे वांछित अपराधी दाऊद इब्राहिम के संदर्भ में होता है।
उन्होंने कहा कि उनके पिता आरोपियों के दुर्भावनापूर्ण अभियान का निशाना थे।
डोभाल ने यह भी कहा कि आरोपियों ने फर्जी आरोपों के आधार पर दुर्भावनापूर्ण इरादे से अपमानजनक बयान दिए। उनके बयान को रिकार्ड करने के बाद, अदालत ने अन्य शिकायतकर्ता गवाहों के बयान को रिकार्ड करने के लिए 11 फरवरी का दिन मुकर्रर कर दिया।