नई दिल्ली : पुलवामा आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र लगातार पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए इस बात के संकेत दे रहे हैं कि पड़ोसी को इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे। उनके सख्त बयान के बाद सुरक्षा बलों ने मंगलवार को दावा किया कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के घाटी में गतिविधि चलाने वाले सरगना को मार गिराया गया है।
14 फरवरी :
आतंकी हमले के बाद उस दिन मोदी ने कहा, “पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला निंदनीय है। मैं इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। संपूर्ण राष्ट्र कंधे से कंधा मिलाकर शहीदों के परिवारों के साथ खड़ा है। घायलों की जल्द तंदु़रुस्ती की कामना करता हूं।”
15 फरवरी :
वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन का शुभारंभ करते हुए नई दिल्ली में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के शांति के मार्ग को कोई रोक नहीं सकता।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारतीय सैन्य बल को खुली छूट दी गई है और देश को अपने सैनिकों के शौर्य व बहादुरी पर भरोसा है। हमारे सुरक्षाकर्मी भारत की सुरक्षा व समृद्धि के दर्शन के वाहक हैं। पुलवामा के शहीदों ने भारत की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है इसलिए अब हर भारतीय का कर्तव्य है कि वह भारत की भलाई व समृद्धि के लिए अपना जीवन समर्पित करें।”
प्रधानमंत्री ने आतंकी संगठनों और उनके प्रायोजकों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि उन्होंने बड़ी भूल की है। उन्होंने देश को भरोसा दिलाया कि दोषियों को कठोर दंड दिया जाएगा।
16 फरवरी :
महाराष्ट्र के धुले और यवतमाल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “पुलवामा हमले के मुजरिमों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और दुनिया को महसूस होगा कि भारत अब नया भारत है जिसकी नई दूरदर्शिता है और हर आंसू का बदला लिया जाएगा।”
17 फरवरी :
बिहार के बरौनी में प्रधानमंत्री ने कहा, “जो आग आपके दिल में है वही आग मेरे दिल में भी है।”
18 फरवरी :
भारत दौरे पर आए अर्जेटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री के साथ हैदराबाद हाउस में वार्ता के बाद मोदी ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमला बताता है कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच वार्ता का समय समाप्त हो गया है। उन्होंने विश्व समुदाय से एकजुट होकर आतंकवाद और उसे समर्थन देने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने का आह्वान किया।
मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति मैक्री और मैं इस बात से सहमत हैं कि आतंकवाद दुनिया में शांति और स्थिरता के लिए खतरा है। पुलवामा में बर्बर आतंकी हमला बताता है कि वार्ता का समय समाप्त हो गया है। अब पूरी दुनिया को एकजुट होकर आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ कदम उठाने की जरूरत है।”
19 फरवरी :
मोदी ने अपने संसदीय चुनाव क्षेत्र वारणसी के एक गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीआरपीएफ के शहीद जवान रमेश यादव को श्रद्धांजलि दी। इलाके से आने वाले रमेश यादव पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विकास को बढ़ावा देने के लिए दो मोर्चो पर काम कर रही है। पहला राजमार्ग और रेलवे जैसे बुनियादी ढांचों के निर्माण पर और दूसरा यह सुनिश्चित करने के लिए कि विकास का लाभ जनता तक पहुंचे।
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