नई दिल्ली : कल्पना कीजिए कि डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी की वेबसाइट किसी प्रकार के अतिक्रमण(ट्रांसग्रेसन) या हैकिंग के बाद चार दिनों से ज्यादा समय के लिए रखरखाव मोड में चला जाए। यदि यह असंभव लगता है, तो यह कल्पना कीजिए कि भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की वेबसाइट कथित रूप से मंगलवार सुबह हैक होने के बाद से शनिवार को भी रखरखाव मोड में है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, सच्चाई यह है कि यदि आपके डेटा को हानि पहुंची हो और आर पूरे पोर्टल को फिर से डिजाइन कर रहे हों, तभी आप इतने लंबे समय तक रखरखाव मोड में रह सकते हैं, वर्ना नहीं।
भाजपा की वेबसाइट पर संदेश लिखा है, हम जल्द ही वापस लौटेंगे! असुविधा के लिए खेद है, लेकिन हम इस समय कुछ रखरखाव संबंधी कार्य कर रहे हैं। हम जल्द ही ऑनलाइन होंगे।
एथिकल साइबर हैकरों के मुताबिक, एक पोर्टल जो चार-पांच दिनों से डाउन है, वह इसी अवस्था में तभी रह सकता है जब पूरी कोडिंग की जा रही हो और सामग्रियों का भी निर्माण किया जा रहा हो।
अवालांस ग्लोबल सोल्यूशन के सीईओ और संस्थापक मनन शाह ने कहा, ऐसा लग रहा है कि भाजपा पूरी वेबसाइट का फिर से निर्माण करवा रही है, न केवल डेटा आधार पर, बल्कि लगता है पूरा बैकअप ही समाप्त हो गया है। पहले स्थान पर अगर केवल रोजाना के बैकअप को भी किया जाएगा, तो भी उनकी वेबसाइट को फिर से शुरू होने में लंबा समय लगेगा।
शाह ने कहा, सामान्यत:, हैकिंग या किसी तरह के अतिक्रमण की स्थिति में, सुरक्षा ऑडिट करने में दो-तीन घंटे लगते हैं और पोर्टल एक दिन में सामान्य हो जाता है। यह एक गंभीर हैकिंग प्रतीत होती है। इसमें स्टेटिक और डायनेमिक सामग्री समेत सबकुछ साफ हो गया लगता है।
कांग्रेस की गुजरात वेबसाइट को भी बुधवार को हैक कर लिया गया था, लेकिन यह जल्द ही ठीक हो गई।
एथिकल हैकर मनन ने कहा, कुछ भारतीय हैकर या समूह भी इसके पीछे हो सकते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए हैकर सक्रिय हो गए हैं।
बुधवार को, गुजरात कांग्रेस की वेबसाइट हैक हो गई थी और इसमें अनुचित सामग्री पोस्ट कर दी गई थी। छत्तीसगढ़ भाजपा की वेबसाइट भी हैक है, जो कि रखरखाव मोड में है।
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने बुधवार को कहा था कि पोर्टल आज या कल तक शुरू हो जाएगा।
यह स्वीकार करते हुए कि साइट में किसी प्रकार का अतिक्रमण हुआ है, मालवीय ने कहा था कि साइट तकनीकी खराबी की वजह से डाउन है, न कि हैकिंग की वजह से।