अगरतला : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने घोषणा की है कि राज्य सरकार के जो कर्मचारी निष्ठाहीन, अयोग्य और लाहपरवाह पाए जाएंगे, उन्हें सेवानिवृत्त होने के लिए मजबूर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यहां रविवार को सरकारी कर्मचारियों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थक संगठन त्रिपुरा राज्य कर्मचारी संघ के दूसरे त्रिवार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
देब ने कहा, राज्य सरकार के कर्मचारियों को त्रिपुरा में भाजपा सरकार से उच्च वेतनमान मिल रहा है। लेकिन अगर वे निष्ठाहीन, अयोग्य और लाहपरवाह पाए जाते हैं, तो उन्हें सेवानिवृत्त होने के लिए मजबूर किया जाएगा। हालांकि, इन कर्मचारियों को उनके उचित वित्तीय लाभ दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, राज्य सरकार कर्मचारियों को सभी वित्तीय लाभ प्रदान करेगी और सरकार कर्मचारियों से पूर्ण कार्य भी निकालेगी। सरकार और लोगों के हित के लिए सभी कर्मचारियों को अपना काम पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा, हर तीन महीने के बाद मुख्य सचिव से लेकर चपरासी तक के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी और उसके अनुसार सरकार कार्रवाई करेगी।
त्रिपुरा सरकार ने पिछले जुलाई में सरकारी कर्मचारियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति पर एक अधिसूचना जारी की थी और सभी रैंकों के अधिकारियों व कर्मचारियों के कार्यो की समीक्षा करने के लिए चार समितियों का गठन किया था।