संयुक्त राष्ट्र : विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने ऐलान किया है कि वह संस्था के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस पद पर उनके उत्तराधिकारी का चुनाव कर सकते हैं।
ट्रंप की भूमिका से विश्व बैंक के प्रमुख पद पर नियुक्ति के लिए अमेरिका के एकाधिकार को लेकर चुनौतियां एक बार फिर मजबूत होने की संभावना है।
किम ने सोमवार को अपने फैसले का ऐलान करते हुए ट्वीट कर कहा, इस बेहतरीन संस्थान के समर्पित स्टाफ का नेतृत्व करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात रही।
किम एक फरवरी को यह पद छोड़ रहे हैं।
किम (59) निजी कंपनी से जुड़ेंगे और विकासशील देशों के बुयिनादी ढांचागत निवेश पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
बैंक की सीईओ क्रिस्टालिना जियोरजिवा तब तक इस पद पर अंतरिम अध्यक्ष के रूप में बनी रहेंगी, जब तक इस पद के लिए नई नियुक्ति नहीं हो जाती।
बैंक के सबसे बड़े शेयरधारक होने की वजह से अमेरिका परंपरा के अनुरूप बैंक के प्रमुख की नियुक्ति करता है जबकि यूरोपीय देश अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रमुख का चुनाव करते हैं।
किम को 2012 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस पद पर नामित किया था।
ट्रंप के चुनाव से पहले किम को दूसरे कार्यकाल के लिए सितंबर 2016 में दोबारा नियुक्त किया गया, जो जुलाई 2017 को शुरू हुआ।
अब, ट्रंप को विश्व बैंक के प्रमुख पद के लिए उम्मीदवार को नामित करने का अवसर मिलेगा।
ट्रंप की भूमिका से 189 सदस्यीय विश्व बैंक के नेतृत्व के द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के मॉडल की चुनौतियां और मजबूत होंगी, जिसका फैसला हमेशा अमेरिका लेता रहा है।
अमेरिका द्वारा नामित दावेदार को 2012 में पहली बार दो अन्य दावेदारों से मुकाबला करना पड़ा था।
कोलंबिया के अर्थशास्त्री जोस एंटोनियो ओकाम्पो गाविरिया इस दौड़ से बाहर हो गए थे जबकि नाइजीरिया के तत्कालीन वित्त मंत्री नगोजी ओकोन्जो इवेला किम से हार गए थे और किम को इस पद पर नियुक्त किया गया था।
विश्व बैंक के लिए अमेरिका के नेतृत्व पर दोबारा विचार करने और इसके लिए गैर अमेरिकी दावेदारों पर विचार करने की मांगें उठेंगी।