पेरिस : फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस में येलो वेस्ट प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा प्रसिद्ध बुद्धिजीवी के साथ यहूदी-विरोधी दुर्व्यवहार किए जाने की घटना की निंदा की है।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना उस वक्त की है, जब कुल 41,500 लोग शनिवार को देश भर में सरकार विरोधी प्रदर्शन में शामिल हुए थे। इनमें से लगभग पांच हजार लोग पेरिस में जुटे थे। सरकार विरोधी प्रदर्शन का यह लगातार 14वां सप्ताहांत है।
मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों के एक समूह का सामना दर्शनशास्त्री एलेन फिंकीलकरौट से हुआ और उन्होंने एलेन से गाली-गलौच करना शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने समूह और एलेन को अलग-अलग करते हुए मामले में हस्तक्षेप किया।
69 वर्षीय यहूदी शिक्षाविद ने ला पेरिसियन दैनिक को बताया कि उन्होंने सुना कि लोग उनके बारे में गंदे यहूदीवादी और नाले में कूद जाओ जैसी बातें कह रहे थे।
उन्होंने अन्य समाचार पत्र जर्नल डु डिमांचे को बताया कि उन्हें अपने प्रति पूर्ण घृणा का अहसास हुआ और अगर वहां पुलिस नहीं होती तो उन्हें अपनी सुरक्षा का खतरा होता। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी प्रदर्शनकारी आक्रामक नहीं थे।
फिंकीलकरौट येलो वेस्ट प्रदर्शनकारियों के प्रति हमदर्दी जता चुके हैं लेकिन साथ ही उन्होंने इस आंदोलन की आलोचना भी की है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मैक्रों ने शनिवार को उनसे फोन पर बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्रों ने कहा कि जो बात फ्रांस को महान बनाती है, यह पूर्ण रूप से उसका निषेध है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।